Google Pay / PhonePe ने cashback policy बदल दी – अब पहले जैसा फायदा क्यों नहीं मिल रहा?

मेरे भाई क्या Google Pay / PhonePe ने cashback policy बदल दी? अगर आप भी रोज़मर्रा के पेमेंट के लिए Google Pay या PhonePe इस्तेमाल करते हैं, तो पिछले कुछ समय में आपने एक बात ज़रूर नोटिस की होगी। पहले जहाँ हर दूसरे ट्रांजैक्शन पर ₹10, ₹20 या ₹50 का कैशबैक मिल जाता था, वहीं अब “Better luck next time” ज़्यादा दिखने लगा है। इसी वजह से सोशल मीडिया पर और यूज़र्स के बीच चर्चा तेज़ हो गई है कि Google Pay / PhonePe ने cashback policy बदल दी है।

इस आर्टिकल में हम आसान भाषा में समझेंगे कि आखिर बदला क्या है, क्यों बदला है और अब यूज़र को क्या करना चाहिए।

Google Pay PhonePe ने cashback policy बदल दी – अब पहले जैसा फायदा क्यों नहीं मिल रहा
Google Pay PhonePe ने cashback policy बदल दी – अब पहले जैसा फायदा क्यों नहीं मिल रहा

Google Pay / PhonePe ने cashback policy बदल दी पहले इतना cashback क्यों देते थे?

जब UPI नया-नया आया था, तब Google Pay और PhonePe के बीच जबरदस्त कॉम्पिटिशन था। दोनों ऐप चाहते थे कि ज़्यादा से ज़्यादा लोग UPI इस्तेमाल करें और उन्हीं के प्लेटफॉर्म पर रहें। इसी वजह से शुरुआत में छोटे-छोटे पेमेंट पर भी कैशबैक दिया जाता था।

उस दौर में कैशबैक देना इनके लिए एक तरह का इन्वेस्टमेंट था। यूज़र बढ़ाओ, आदत डालो और बाद में रिकवरी सोचो। लेकिन अब गेम बदल चुका है।

Google Pay / PhonePe ने cashback policy बदल दी – इसकी असली वजह क्या है?

आज के समय में UPI भारत में लगभग हर मोबाइल यूज़र की आदत बन चुका है। अब ऐप्स को यूज़र लाने के लिए ज़्यादा पैसे खर्च करने की ज़रूरत नहीं है। यही सबसे बड़ी वजह है कि Google Pay / PhonePe ने cashback policy बदल दी

इसके अलावा कुछ और कारण भी हैं।

पहली वजह है बढ़ती लागत। हर ट्रांजैक्शन पर कैशबैक देना कंपनियों के लिए लंबे समय में घाटे का सौदा बन जाता है।

दूसरी वजह है UPI का मैच्योर होना। अब लोग कैशबैक के लिए नहीं, बल्कि सुविधा के लिए UPI इस्तेमाल करते हैं।

तीसरी वजह RBI और रेगुलेटरी दबाव भी है, जहाँ अनलिमिटेड इंसेंटिव्स को कंट्रोल करने की कोशिश की जा रही है।

भाई आप समझो की नई cashback policy में क्या-क्या बदल गया है?

अब कैशबैक पूरी तरह बंद नहीं हुआ है, लेकिन तरीका ज़रूर बदल गया है।

पहले हर छोटे पेमेंट पर कैशबैक मिलने की उम्मीद रहती थी। अब कैशबैक ज़्यादातर बड़े ट्रांजैक्शन, स्पेशल ऑफर्स या चुनिंदा मर्चेंट पेमेंट पर ही मिलता है।

Google Pay में अब ज़्यादातर रिवॉर्ड्स स्क्रैच कार्ड के ज़रिए मिलते हैं और उनमें भी कैश की जगह कूपन, ऑफर या डिस्काउंट दिखने लगे हैं।

PhonePe भी अब कैशबैक की जगह सुपर कॉइन्स, वाउचर्स और लिमिटेड-टाइम ऑफर्स पर ज़्यादा फोकस कर रहा है।

क्या आम यूज़र को अब नुकसान हो रहा है?

अगर सीधी बात करें, तो हाँ और नहीं – दोनों।

अगर आप पहले सिर्फ कैशबैक के लिए ट्रांजैक्शन करते थे, तो आपको फर्क ज़रूर महसूस होगा। लेकिन अगर आप सुविधा, स्पीड और सेफ्टी के लिए UPI यूज़ करते हैं, तो आपके लिए ज़्यादा कुछ नहीं बदला है।

असल में कंपनियाँ अब चाहती हैं कि यूज़र बेवजह के ट्रांजैक्शन न करें, बल्कि ज़रूरत के हिसाब से पेमेंट करें।

क्या भविष्य में cashback पूरी तरह खत्म हो सकता है?

पूरी तरह खत्म होना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन पहले जैसा आसान कैशबैक वापस आएगा, इसकी उम्मीद कम है।

आने वाले समय में कैशबैक ज़्यादा टार्गेटेड होगा। मतलब हर यूज़र को नहीं, बल्कि खास यूज़र, खास ऑफर और खास समय पर ही मिलेगा।

Google Pay और PhonePe अब कैशबैक से ज़्यादा फोकस कर रहे हैं क्रेडिट, लोन, इंश्योरेंस और बिल पेमेंट जैसे सर्विसेज़ पर।

अब यूज़र को क्या करना चाहिए?

सबसे पहले तो यह समझना ज़रूरी है कि UPI अब एक बेसिक ज़रूरत बन चुकी है, न कि कमाई का तरीका।

अगर आपको कैशबैक चाहिए, तो ऐप के ऑफर सेक्शन को रेगुलर चेक करें और बिना ज़रूरत ट्रांजैक्शन करने से बचें।

साथ ही, अलग-अलग ऐप्स जैसे Paytm, Amazon Pay आदि को भी ट्राय करना गलत नहीं है, क्योंकि कभी-कभी वहाँ बेहतर ऑफर मिल जाते हैं।

आपके लिए सलाह: Google Pay / PhonePe ने cashback policy बदल दी, लेकिन खेल अभी खत्म नहीं हुआ दोस्तों

भाई यह सच है कि Google Pay / PhonePe ने cashback policy बदल दी है और अब पहले जैसा फायदा नहीं मिलता। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि UPI का मज़ा खत्म हो गया है। मेरे भाई आज भी UPI सबसे तेज़, सुरक्षित और आसान पेमेंट तरीका है। बस फर्क इतना है कि अब कैशबैक बोनस है, गारंटी नहीं।

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